चमोली:बीजेपी के गुड्डू लाल ने फिर कीं 'आंखें लाल' उपेक्षा का आरोप लगा उठाया बड़ा कदम

चमोली:बीजेपी के गुड्डू लाल ने फिर कीं 'आंखें लाल' उपेक्षा का आरोप लगा उठाया बड़ा कदम
बीजेपी के गुड्डू लाल ने फिर कीं 'आंखे लाल' उपेक्षा का आरोप लगा उठाया बड़ा कदम

थराली (मोहन गिरी): 2017 विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर तकरीबन 8 हजार से ऊपर वोट लेकर 2018 थराली विधानसभा उपचुनाव में बगावत करने वाले गुड्डू लाल ने फिर एक बार विधानसभा चुनाव से पहले बगावती तेवर दिखाए हैं और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। 
उन्होंने फेसबुक के माध्यम से अपना दर्द बयां करते हुए भाजपा हाईकमान और पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर की है उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि उन्होंने थराली उपचुनाव में चुनाव न लड़ते हुए थराली विधायक मुन्नी देवी शाह को इस शर्त पर समर्थन दिया था कि क्षेत्र का विकास हो सके लेकिन आज तक भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की नंदप्रयाग घाट डेढ़ लेन घोषणा पर काम नहीं हुआ साथ ही उन्होंने लिखा कि इस आंदोलन में वे 24 घण्टे टावर पर चढ़े रहे जिसे लेकर उन पर मुकदमा भी हो गया उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि बीजेपी का सक्रिय सदस्य होने के बावजूद भी उन्हें पार्टी के किसी कार्यक्रम में न तो बुलाया गया और न ही सूचना दी गयी बल्कि पार्टी के के क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ नकारात्मक सूचनाएं हाईकमान तक भेजीं। 
इसके बाद गुड्डू लाल लिखते हैं कि हो सकता है मेरे इस कदम से भाजपा मुझे जेल डाल दे लेकिन वे जेल जाने के लिए भी तैयार हैं गुड्डू लाल ने भाजपा पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाते हुए लिखा है कि उनके साथ भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा छलावा किया है और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका कभी भी सम्मान नहीं किया गया।
अपनी ही पार्टी पर तीखा हमला करते हुए गुड्डू लाल ने आगे लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें शायद इसलिए पार्टी टिकट नहीं दिया क्योंकि वे गरीब परिवार से हैं और उनके पास चुनाव में खर्च करने के लिए अंधाधुंध पैसा नहीं है। हालांकि इस पोस्ट के बाद मीडिया ने जब गुड्डू लाल से उनकी फेसबुक पोस्ट को लेकर उनका पक्ष जाना तो उन्होंने कहा कि फेसबुक पर उनके द्वारा उनकी भावनाओं की अभिव्यक्ति की गई है और भाजपा द्वारा उन्हें कभी भी सम्मान नहीं दिया गया साथ ही उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने किसी भी पार्टी को जॉइन नहीं किया है लेकिन उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि वे 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि उनके समर्थक और  जनता  चाहे किसी पार्टी या चाहे निर्दलीय उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहेगी वे हमेशा उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता की भावनाओ का सम्मान करेंगे।

विधानसभा चुनाव नजदीक है और अब एक बार फिर चुनाव से ऐन पहले बगावत बीजेपी के लिए सरदर्द बन गयी है इस समय थराली विधानसभा से विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से मुन्नीदेवी शाह,बलवीर घुनियाल,भूपाल राम टम्टा, नरेंद्र भारती, गोविंद लाल शाह और गणेश लाल दावेदारों की लिस्ट में हैं ऐसे में बगावत का सेहरा फिर एक बार बीजेपी के सिर बंध सकता है ये भी तय है। वहीं कांग्रेस में डॉ जीतराम का कद बढ़ाकर उन्हें कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना तो इसी ओर इशारा करता है कि पार्टी 2022 के लिए उन पर ही विचार कर रही है हालांकि कांग्रेस से भी 2012 में निर्दलीय चुनाव लड़े महेश शंकर त्रिकोटी दावेदारों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं हो सकता है कि टिकट न मिलने पर वो भी बगावत पर उतर आएं लेकिन बगावत की फेहरिस्त इस बार बीजेपी में लंबी हो सकती है इसकी संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।