उत्तराखंड: यहां SSP कार्यालय परिसर में मरे मिले दो कौए, मचा हड़कंप

उत्तराखंड: यहां SSP कार्यालय परिसर में मरे मिले दो कौए, मचा हड़कंप
फोटो साभार amarujala.com

देहरादून: SSP Dehradun कार्यालय परिसर में मंगलवार सुबह दो कौए मृत पाए गए। इसे देख अधिकारियों, पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। बर्ड फ्लू (Bird Flu) से इनसे मरे होने की आशंका से तत्काल इसकी जानकारी प्रभागीय वनाधिकारी को दी गई। इसके बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और मरे कौवों को कब्जे में लिया। फिलहाल सावधानी के लिए मृत कौवों को चीफ वेटनरी अफसर (सीवीओ) को सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक, SSP Dehradun कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने परिसर में मंगलवार को दो कौवों को मरा हुआ पाया। इसके बाद बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। बता दें कि इन दिनों देश के तमाम राज्यों में बर्ड फ्लू (bird flu) को लेकर तमाम तरह की सूचनाएं आ रही हैं। ऐसे में पक्षियों के मृत पाए जाने की स्थिति में उनके बर्ड फ्लू से मरने की आशंकाएं जताई जा रही है।
हालांकि अभी तक उत्तराखंड में बर्ड फ्लू से पक्षियों के मरने की कोई जानकारी नहीं आई है। रेस्क्यू टीम में शामिल विशेषज्ञों का भी मानना है कि कौवों की मौत बर्ड फ्लू बीमारी से नहीं हुई है। क्योंकि उनमें शरीर फूलने जैसे कोई लक्षण नहीं हैं। मृत कौवों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच के बाद मौत के कारणों का पता चल जाएगा। 
उत्तराखंड में जारी हो चुका अलर्ट
हिमाचल में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने पर उत्तराखंड में भी मुख्य वन्यजीव प्रातिपालक ने सोमवार को अलर्ट जारी कर दिया था। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने केंद्रीय गाइडलाइन का हवाला देते हुए सभी जलाशयों, आद्र भूमि आदि पर विशेष निगाह रखने को कहा है। यही वे स्थान हैं जहां प्रवासी पक्षी अधिक संख्या में पहुंचते हैं। 
आसन बैराज, झिलमिल, नानक सागर, तुमड़िया, बैगुल आदि में लगातार निगरानी के लिए कहा गया है। ये वे क्षेत्र हैं जहां बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी हर साल पहुंचते हैं। कहा गया है कि अगर एक भी पक्षी मरा हुआ पाया जाता है तो सैंपल लिया जाए और आधे घंटे के अंदर-अंदर वन्यजीव प्रतिपालक को सूचित किया जाए।वहीं, प्रवासी पक्षियों के आने के कारण कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी बर्ड फ्लू फैलने का खतरा है। इस पर वन विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। विभागीय कर्मी सभी संवेदनशील क्षेत्रों में पक्षियों की निगरानी कर रहे हैं।