तपोवन हादसा : सुरंग से पांच और शव बरामद, अब तक मिल चुके हैं 67 शव

तपोवन हादसा : सुरंग से पांच और शव बरामद, अब तक मिल चुके हैं 67 शव
तपोवन हादसा : सुरंग से पांच और शव बरामद, अब तक मिल चुके हैं 67 शव

गोपेश्वर: उत्तराखंड के चमोली स्थित रैंणी और तपोवन क्षेत्र में शवों की खोजबीन का काम शनिवार को 14वें दिन भी जारी रहा। एनडीआरएफ, डीआरएफ, सेना, बीआरओ के जवानों की ओर से राहत व बचाव का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। बचाव टीम ने शनिवार देर शाम तक पांच और शव बरामद किए हैं। बता दें कि आपदा के बाद से क्षेत्र में 204 लोग लापता हो गए थे, जिन्हें ढूंढ़ने के प्रयास जारी हैं। अभी तक कुल 67 शवों को बरामद किया जा चुका है। 
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि चमोली जिले के तपोवन डैम के मलबे से पांच और शव बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही अब तक कुल 67 शव बरामद किए गए हैं। बता दें कि अभी तक कुल 34 की शिनाख्त हो चुकी है जबकि 139 लापता व्यक्तियों की तलाश जारी है।ऋषिगंगा जलागम क्षेत्र में बनी झील के निरीक्षण के लिए वैज्ञानिकों और एसडीआरएफ की 14 सदस्यीय दल ग्राउंड जीरो पर पहुंच गया है। जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया शुक्रवार को देहरादून से रवाना हुआ दल शनिवार को झील स्थल तक पहुंच गया है। जिला अधिकारी ने बताया कि टीम के साथ सेटेलाइट फोन से सम्पर्क होने पर प्राथमिक अपडेट लिया जायेगा । झील स्थल पर निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट टीम बाद में शासन को सौंपी जाएगी। बता दें एसडीआरएफ और वैज्ञानिकों का 14 सदस्यीय दल देहरादून से रवाना हुआ था। जो शनिवार को रोंठी ग्लेशियलर के तलहटी क्षेत्र में पहुंचा। जो ऋषि गंगा का जलागम क्षेत्र है। यहां बनी झील से ही 7 फरवरी को रैणी और तपोवन इलाके में आपदा आयी थी। झील के अध्ययन और निरीक्षण के लिये पहुंचा यह दल यहा कैम्पिंग कर झील से उत्पन्न खतरे का आंकलन कर इसके निराकरण के लिये तकनीकी परामर्श शासन को प्रस्तुत करेगा।