चमोली:मुख्यमंत्री दरबार में पहुंचा पपडिय़ाणा गांव के युवक की मौत का मामला 

चमोली:मुख्यमंत्री दरबार में पहुंचा पपडिय़ाणा गांव के युवक की मौत का मामला 
चमोली:मुख्यमंत्री दरबार में पहुंचा पपडिय़ाणा गांव के युवक की मौत का मामला 

गोपेश्वर।  गोपेश्वर के निकट सगर गांव में वैवाहिक कार्यक्रम में गए पपडिय़ाणा गांव के युवक विकास पंवार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया है। मामले में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही से गुस्साए स्वजनों ने भराड़ीसैंण जाकर मुख्यमंत्री से मामले की जांच व प्रशासन की ओर से ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की गई। 24 अक्टूबर को सगर गांव में शादी समारोह में गए पपडिय़ाणा गांव के युवक विकास सिंह पुत्र हरेंद्र सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में वीर गंगा नदी के किनारे मिला था। बताया जा रहा है कि शादी समारोह में जाने से पहले युवक की कुछ स्थानीय युवाओं से लड़ाई भी हुई थी। मामले को संदिग्ध मानते हुए स्वजनों ने गोपेश्वर थाने में तहरीर देकर इसे हत्या का मामला बताते हुए जांच की मांग की थी। बीते सात नवंबर को स्वजनों व ग्रामीणों ने मामले में पुलिस, प्रशासन के विरुद्ध नगर में जुलूस निकालकर थाने व जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया था। तब प्रशासन ने आंदोलनकारियों पर मुकदमे भी दर्ज किए। मृतक विकास के पिता हरेंद्र सिंह पंवार के नेतृत्व में सोमवार को ग्रामीणों का शिष्टमंडल भराड़ीसैंण पहुंचा और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष मामला रखकर जांच की गुहार लगाई। कहा कि उन्होंने न्याय के लिए प्रशासन का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन प्रशासन ने न्याय दिलाने के बजाय आंदोलनकारी ग्रामीणों पर ही मुकदमे दर्ज कर दिए, जो कि सरासर गलत है। शिष्टमंडल में महिला मंगल दल अध्यक्ष अनीता देवी, सभाषद दीपक पंवार, उषा फरस्वाण, सुरेन्द्र सिंह पंवार, प्रकाश नेगी आदि शामिल थे।