मिनी सोलर प्लांट लगाकर कर सकते हैं अच्छी कमाई, त्रिवेन्द्र सरकार ला रही ये स्कीम
देहरादून: लॉकडाउन के बाद उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सरकार स्वरोजगार पर सबसे अधिक जोर दे रही है। दरअसल यही एक ऐसा सेक्टर है जिसमें सबसे अधिक रोजगार और मुनाफे की संभावना है। इसके लिए अब जल्द ही प्रदेश में सरकार एक और अभिनव योजना शुरु करने जा रही है। खुद सीएम त्रिवेन्द्र ने अपने शोसल मीडिया पेज के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। सीएम ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि "मुख्यमंत्री सोलर स्वरोजगार योजना" शुरू की जा रही है। पहले चरण में लगभग 10 हजार ग्रामीण युवा इससे लाभान्वित होंगे। इसमें 25 किलोवाट तक के प्लांट लगाए जा सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत न केवल सब्सिडी दी जाएगी बल्कि उत्पादित ऊर्जा को सरकार खरीदेगी।
जल्द ही प्रदेश में मुख्यमंत्री सोलर स्वरोजगार योजना शुरू की जा रही है। पहले चरण में लगभग 10 हजार ग्रामीण युवा इससे लाभान्वित होंगे। इसमें 25 किलोवाट तक के प्लांट लगाए जा सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत न केवल सब्सिडी दी जाएगी बल्कि उत्पादित ऊर्जा को सरकार खरीदेगी। pic.twitter.com/RA2uLef4D0
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) August 24, 2020
क्या खास बात है इस योजना में
दरअसल उत्तराखंड में वैकल्पिक ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। विशेषकर पहाड़ के गांवों में लोगों के पास काफी भूमि उपलब्ध है जो आजकल काफी मात्रा में खाली भी है। बंदर, सुंअरों की वजह से खेती आजकल लोग कम ही कर रहे हैं ऐसे में यह योजना अगर धरातल पर उतर गई तो उत्तराखंड के नौजवानों के लिए रोजगार का अच्छा साधन बन सकती है। जैसी अभी तक जानकारी मिली है उसके मुताबिक गांवों की खाली जमीन पर सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर और उससे उत्पन्न बिजली सरकार को बेचकर 10 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह की आय प्राप्त की जा सकती है। इस योजना को सफल बनाने के लिए राज्य सहकारी बैंक 25 किलोवाट तक की परियोजना के लिए 20 लाख तक का ऋण 15 वर्षों के लिए देने को तैयार है। इससे लाभार्थी बैंक की किस्तों को आसानी से चुका सकेंगे। यह योजना पर्वतीय क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए वरदान साबित होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए 400 वर्गमीटर भूमि चाहिए। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के पहले चरण में 10 हजार प्रोजेक्ट लगाने का लक्ष्य रख गया है। छोटे सोलर प्रोजेक्ट लगाने पर 25 साल के लिए बिजली क्रय करने का अनुबंध किया जाएगा और बिजली के रेट भी ज्यादा तय किए हैं।