सम्मेद शिखर के लिए आंदोलन कर रहे जैन मुनि की मौत

सम्मेद शिखर के लिए आंदोलन कर रहे जैन मुनि की मौत

झारखंड सरकार द्वारा गिरिडीह जिले में स्थित जैन धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थल पारसनाथ पहाड़ी को टूरिस्ट प्लेस घोषित किए जाने के पश्चात जैन धर्म के लोग भारी संख्या में आंदोलन कर रहे हैं। पारसनाथ पहाड़ी में ही जनों का पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर है। यह आंदोलन झारखंड से लेकर दिल्ली तक चल रहा है। अब जैन मुनि सुज्ञेय सागर की इस आंदोलन के दौरान मौत हो गई है। सुबह 25 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठे थे।

जैन धर्म के लोग इस समय दिल्ली में भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं। अखिल भारतीय जैन बैंकर्स फोरम के अध्यक्ष भागचंद्र जैन ने बताया कि जब से झारखंड सरकार ने पारसनाथ पहाड़ी को टूरिस्ट प्लेस घोषित किया है, तब से मुनि सुज्ञेय सागर आंदोलन कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान में अपने प्राण त्यागे। अब उनके प्राण त्यागने के बाद एक और जैन मुनि समर्थ सागर ने भी अन्न का त्याग कर दिया है।