नफे सिंह के बेटे ने पिता के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार से किया इनकार, सरकार के सामने रखी ये मांग

नफे सिंह के बेटे ने पिता के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार से किया इनकार, सरकार के सामने रखी ये मांग

हरियाणा के बहादुरगढ़ में INLD के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बाद अब उनके बड़े बेटे भूपेंद्र राठी ने पिता के शव के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है.

भूपेंद्र राठी की मांग है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और तब तक न तो वो पिता के शव का पोस्टमार्टम कराएंगे और न ही अंतिम संस्कार करेंगे. बेटे ने कहा कि उनके पिता नफे सिंह को लगातार धमकियां मिल रही थीं.

भूपेंद्र राठी ने कहा, मेरे पिता नफे सिंह राठी ने कई बार इलाके के एसपी अर्पित जैन से मुलाकात की थी और बताया था कि उनकी जान को खतरा है लेकिन सुरक्षा नहीं दी गई. भूपेंद्र ने कहा, मैं खुद अपने पिता के साथ सीएम खट्टर साहब के पास गया था उन्होंने आश्वासन दिया था की सुरक्षा मिलेगी लेकिन नहीं दी गई.

बेटे ने कहा, हमें कहते थे यहां एप्लीकेशन दे दो, वहां दे दो, प्रशासन को सब कुछ पता है. हम कहते थे यूपी और बिहार में गुंडाराज है, लेकिन असल गुंडाराज हरियाणा में है जब एक पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष सुरक्षित नहीं तो दूसरों का क्या होगा.
भूपेंद्र राठी ने कहा, हमारा ड्राइवर संजीव उर्फ राकेश जो उस वारदात के वक्त कार में सवार था उसको हमलावरों ने धमकी दी की तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं जाके बात देना की कोई गवाही नहीं देगा.

बता दें कि नफे सिंह राठी हत्याकांड में दर्ज FIR में पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के परिवार वालों को भी नामजद किया गया है. पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश नंबरदार ने 2023 में सुसाइड कर लिया था.  

आरोप लगाया था की नफे सिंह ने उनकी जमीन कब्जा की है, सुसाइड के पहले जगदीश ने अपनी ऑडियो क्लिप बनाई थी जिसने नफे सिंह पर कई आरोप लगाए थे. नफे सिंह राठी के खिलाफ तभी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला भी दर्ज हुआ था.

कब और कैसे हुई नफे सिंह की हत्या

रविवार की शाम पांच बजे नफे सिंह पर उस वक्त हमला किया जब वो किसी व्यक्ति की मौत पर शोक प्रकट कर वापस लौट रहे थे. हमलावरों ने उनकी फॉर्च्यूनर कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायी. शूटरों ने राठी की गाड़ी पर 40 से 50 गोलियां दागी और उन्हें छलनी कर दिया. 

जिस वक्त नफे सिंह पर यह हमला हुआ उस वक्त उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी में कुल पांच लोग थे. नफे सिंह ड्राइवर के साथ आगे वाली सीट पर बैठे थे जबकि उनके तीन गनमैन पीछे की सीट पर बैठे थे.