बेटी की नौकरी को लेकर विवादों में देहरादून मेयर गामा

बेटी की नौकरी को लेकर विवादों में देहरादून मेयर गामा
बेटी की नौकरी को लेकर विवादों में देहरादून मेयर गामा

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा विवादों में हैं। विवाद उनकी बेटी की नौकरी से जुड़ा है। मेयर की बेटी श्रेया उनियाल को भारतीय चिकित्सा परिषद में नौकरी मिली है, जिस पर शोसल मीडिया में जमकर बवाल हो रहा है। सोशल मीडिया पर श्रेया की नियुक्ति से जुड़ा एक लेटर वायरल हुआ है। इस लेटर पर जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के अधिकारी के हस्ताक्षर हैं। रजिस्ट्रार भारतीय चिकित्सा परिषद को भेजे गए इस पत्र में 4 लोगों को नियुक्ति देने के लिए कहा गया है। जिसमें दो पद सुरक्षाकर्मी के हैं, एक पद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का है, जबकि एक पद लेखाकार का है। लिस्ट में लेखाकार के पद पर श्रेया उनियाल को नियुक्ति देने की बात लिखी है, जो कि मेयर सुनील उनियाल गामा की बेटी है।आरोप लग रहे हैं कि मेयर की बेटी श्रेया उनियाल को पीआरडी के माध्यम से भारतीय चिकित्सा परिषद में लेखाकार के पद बैकडोर नियुक्ति दी गई।

विवाद बढ़ने के बाद युवा कल्याण के उपाध्यक्ष जितेंद्र रावत ने इसे लेकर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि संबंधित पद अस्थायी होते हैं। विभाग अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी आवेदनकर्ता को नौकरी से हटा सकते हैं। लेखाकार पद के लिए जो योग्यता चाहिए थी, वो महज एक आवेदनकर्ता द्वारा पूरी हो रही थी। जिस वजह से लेखाकार के पद पर उसी नाम को भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को भेजा गया है। 

जिला पीआरडी एवं युवा कल्याण अधिकारी प्रकाशचंद्र सती ने कहा कि उन्हें पत्र की जानकारी नहीं है, क्योंकि पत्र पर 17 जुलाई की तारीख अंकित होने की बात कही जा रही है। जबकि, उन्होंने 11 अगस्त को चार्ज लिया है। संबंधित मामले में जानकारी मांगी जाएगी।   

भर्ती निकली थी और बेटी ने आवेदन किया था। मेरी तरफ से कोई सिफारिश नहीं की गई है। नियमों का कहीं से भी कोई उल्लंघन नहीं किया गया है।
- सुनील उनियाल गामा, मेयर

वायरल पत्र