थराली: न अधिकारी पहुंचे और न ही नगर की मुखिया,स्थगित हुई विकास से जुड़ी एक अहम बैठक

थराली: न अधिकारी पहुंचे और न ही नगर की मुखिया,स्थगित हुई विकास से जुड़ी एक अहम बैठक
थराली: न अधिकारी पहुंचे और न ही नगर की मुखिया,स्थगित हुई विकास से जुड़ी एक अहम बैठक

थराली( मोहन गिरी) तहसील सभागार थराली में नगर पंचायत थराली में सेफ्टी मैनेजमेंट को लेकर होने वाली एक अहम बैठक सिर्फ इसलिए स्थगित हो गयी क्योंकि बैठक में न तो सम्बंधित विभागों के अधिकारी पहुंचे और न ही नगर पंचायत की मुखिया यानी नगर पंचायत की अध्यक्ष ,बैठक में सिर्फ तहसीलदार थराली ,लोक निर्माण विभाग के सहायक और कनिष्ठ अभियंता और नगर की अधिशासी अधिकारी ही पहुंचे लिहाजा कोरम पूरा न होने की वजह से बैठक स्थगित कर दी गई।
दरसल नगर की अधिशासी अधिकारी बीना नेगी द्वारा  नगर पंचायत अध्यक्ष ,लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान ,स्वास्थ्य विभाग ,औऱ जल निगम के विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर प्रोटोकॉल फ़ॉर सेप्टेज मैनेजमेंट की बैठक में बुलाया गया था। इस बैठक को उपजिलाधिकारी थराली की अध्यक्षता में होना था , इस बैठक में नगर क्षेत्र में सीवर लाइन और अन्य विकास कार्यो के निष्पादन के लिए एक समिति का गठन भी होना था। लेकिन बैठक में अधिकारी तो अधिकारी खुद नगर पंचायत की अध्यक्ष तक नही पहुंची जिनके कंधों पर पांच साल तक थराली नगर के विकास की जिम्मेदारी है इससे समझा जा सकता है कि क्या जनप्रतिनिधि ,क्या अधिकारी आखिर विकास के लिए कितने संवेदनशील है और जनता के प्रति अपने उत्तरदायित्व का कितना निर्वहन कर सकते हैं। 
हालांकि सूत्रों की माने तो नगर पंचायत थराली में इस समय सब कुछ ठीकठाक नही चल रहा है ,कभी नगर पंचायत अध्यक्ष और वार्ड मेम्बरों में ही तनातनी शुरू हो जाती है तो कभी नगर प्रशासन और चुने गए जनप्रतिनिधियों में ही गहमागहमी शुरू हो जाती है ,लेकिन इस तनातनी से थराली नगर पंचायत के विकास पर जो प्रभाव पड़ रहा है। इससे चुने गए जनप्रतिनिधियों को शायद कोई सरोकार नहीं वरना विषम भौगोलिक परिस्थिति वाली थराली नगर पंचायत की सेप्टेज मैनेजमेंट की इस बैठक को यूं निरस्त न करना पड़ता।
नगर पंचायत थराली की अधिशासी अधिकारी बीना नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष सहित सभी विभागों को बैठक की सूचना पत्र के माध्यम से दी गयी थी लेकिन बावजूद इसके न तो नगर पंचायत अध्यक्ष और न ही अन्य कई विभागों के अधिकारी बैठक में पहुंचे जिसके चलते बैठक स्थगित करनी पड़ी। हालांकि नगर पंचायत थराली में जनप्रतिनिधियों और नगर प्रशासन के बीच चल रही तनातनी पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि नगर प्रशासन की ओर से सब कुछ ठीकठाक चल रहा है। देखें वीडियो


लेकिन यहां समझने वाली बात ये है कि अगर नगर पंचायत थराली में सबकुछ ठीकठाक ही चल रहा है तो पत्र मिलने के बावजूद भी नगर की मुखिया नगर पंचायत अध्यक्ष इस अहम बैठक से क्यो किनारा किये हुए हैं। क्या नगर पंचायत अध्यक्ष का थराली के विकास से कोई सरोकार नहीं या फिर नगर प्रशासन द्वारा भेजी गई चिट्ठी नगर पंचायत अध्यक्ष तक पहुंची ही नही ये एक अहम सवाल है। और इन्ही सवालों के जवाब तलाशने के लिए हमने नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती से उनका पक्ष जाना उन्होंने स्पष्ट किया कि नगर प्रशासन की ओर से 7 तारीख को बना पत्र उन्हें 8 तारीख की शाम को प्राप्त हुआ लिहाजा किसी दूसरे कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण वे बैठक में नहीं पहुंच सकी और उनके द्वारा अधिशासी अधिकारी को बैठक में उनके प्रतिनिधि के रूप में भेजा गया ,हालांकि नगर पंचायत में नगर प्रशासन, पार्षदों और अध्यक्ष के बीच चल रही तनातनी के सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में सब कुछ ठीक चल रहा है और किसी की आपस मे कोई नाराजगी नही है।
 लेकिन अधिशासी अधिकारी और नगर पंचायत अध्यक्ष के आपस मे सुर न मिलना तो इसी ओर इशारा कर रहा है कि यहां सब कुछ ठीक नही चल रहा है क्योंकि सबकुछ ठीक चलता तो नगर पंचायत क्षेत्र में सड़कों पर गड्ढे न बने होते,नालियां बन्द न होती ,शौचालयों की हालत यूँ बदहाल न होती ,नगर पंचायत की परिसंपत्ति कूड़ेदान यूँ गधेरों में न गिरे होते ,सब कुछ ठीक ठाक होता तो शायद स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर पंचायत थराली भी नम्बर एक पर होता।