राकेश टिकैत ने बृज भूषण की गिरफ्तारी की मांग की, सरकार को दी चेतावनी

राकेश टिकैत ने बृज भूषण की गिरफ्तारी की मांग की, सरकार को दी चेतावनी

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता किसान नेता राकेश टिकैत मंगलवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे और धरनारत  पहलवानों को अपना  समर्थन दिया। दिल्ली के जंतर मंतर  पर यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी का मांग को लेकर धरने पर बैठे  पहलवानों से राकेश टिकैत ने बातचीत की और उनका साथ देने का वादा किया। विगत दिन पूर्व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत  भी जंतर मंतर पर पहलवान बेटियों से मिले थे और उन्हें अकेले न होने का अहसास कराया था।और पहलवान बेटियों का साहस बढाते  हुए हर कदम उनका साथ देने का ऐलान किया।  जंतर मंतर पर पहलवानों को समर्थन करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यह देश  कोरिया है क्या ?  यहां  सरकार  न किसानों की, न जवानों की और न बेटियों की, किसी की भी सुनवाई नहीं कर रही है।

जंतर मंतर पर पहलवानों को समर्थन देने पहुंचे राकेश के साथ में अपने मजाकिया अंदाज में कहा कि हमारा एक डोज 41 दिन का होता है।  अभी 10 दिन गुजर चुके और 31 दिन बाकी है, लेकिन हमें नहीं लगता इस डोज की आवश्यकता पड़ेगी, जल्दी ही यह बीमारी ठीक हो जाएगी।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी बातों को सरकार नहीं सुनती है, तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि  अब ये  लोग जंतर-मंतर से कही  जाने वाले नहीं है। जब तक इन्हे न्याय नहीं मिलता है ये यही रहेंगे। क्योंकि अब इन्हें पूरे देशवासियों का समर्थन प्राप्त है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता  राकेश टिकैत से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने  कहा कि देश में दो संविधान, दो कानून नहीं चलेगा। या तो उस कानून को बदलो की एफआईआर होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होगी।  आम लोगों की गिरफ्तारी हो जाती है, लेकिन सरकार में बैठे लोगों की गिरफ्तारी नहीं होती, यह कानून देश में नहीं चलेगा।कहा कि हैरानी की यह  बात है कि सुप्रीम कोर्ट के दखल के बावजूद भी  दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज तो की है।  लेकिन बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई फिलहाल पीएम मोदी से नहीं है।  हां अगर सरकार गलत व्यक्ति का समर्थन करती है तो उसके खिलाफ भी प्रदर्शन किया जाएगा। हम तो 13 महीने आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन अगर सरकार नहीं मानती है तो फिर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।