मान सरकार के सोलर एनर्जी समझौते के बाद आप ने अकाली दल पर बोला हमला

मान सरकार के सोलर एनर्जी समझौते के बाद आप ने अकाली दल पर बोला हमला

मान सरकार के 1200 मेगावाट सौर ऊर्जा समझौते के बहाने आम आदमी पार्टी(आप) ने अकाली दल और भाजपा पर हमला बोला और 2007 से 2017 तक रही अकाली-भाजपा सरकार पर जानबूझकर महंगी बिजली खरीदने का आरोप लगाया। 

शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने अकाली दल से सवाल किया कि जब 2023 में ढ़ाई रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी जा सकती है तो 2007-08 में 7.5 और 8 रूपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली क्यों खरीदी गई? 

कंग ने कहा कि बादल सरकार ने खुद को और प्राइवेट कंपनियां को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर महंगे बिजली समझौते किए और पंजाब के खजाने को अरबों रुपए का चूना लगाया। उन्होंने कहा कि अकाली दल और भाजपा को यह बताना चाहिए 2007-08 में किसे फायदा पहुंचाने के लिए इतने महंगे बिजली समझौते किए गए?

कंग ने पिछली कांग्रेस सरकार पर भी महंगी बिजली खरीदने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार में भी करीब साढ़े पांच रुपए से साढे आठ रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी गई जिसके कारण प्राइवेट कंपनियों एवं राजनेताओं को काफी फायदा पहुंचा।

कंग ने कहा कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकार के दौरान हुए बिजली समझौते में यह प्रावधान किया गया था कि पंजाब सरकार बिजली कंपनियों को एक निश्चित राशि देगी, चाहे सरकार बिजली खरीदे या न खरीदे, बिजली की खपत हो या न हो, लेकिन सरकार को यह पैसे देने ही होते थे। वहीं मान सरकार ने सस्ती दर पर बिजली खरीदने के लिए टेंडर निकला और उसमें प्रावधान किया 2.8 रुपए प्रति यूनिट की दर से ज्यादा का टेंडर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

कंग ने कहा कि मान सरकार पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सोलर समझौता उसी का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस साल रिकॉर्ड 16000 मेगावाट प्रतिदिन बिजली की मांग के बावजूद मान सरकार ने बिना कटौती के लोगों को बिजली उपलब्ध कराई, जबकि अकाली और कांग्रेस सरकार के दौरान घंटों बिजली के कट लगा करते थे।