माघ गुप्त नवरात्रि में गुप्त तरीके से कर लें ये काम, आर्थिक संकट होगा दूर

माघ गुप्त नवरात्रि में गुप्त तरीके से कर लें ये काम, आर्थिक संकट होगा दूर

 माघ गुप्त नवरात्रि शुरू हो गई है जो 18 फरवरी तक रहेगी. गुप्त नवरात्रि अन्य नवरात्रि की तुलना में काफी अलग होते हैं. इस नवरात्रि में गुप्त विद्या या तंत्र विद्या के लिए साधना गुप्त तरीके से की जाती है इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है.

गुप्त नवरात्रि में गृहस्थ जीवन वालों को मां दुर्गा की सामान्य तौर पर पूजा करनी चाहिए, लेकिन इन 9 दिनों में आप कुछ ऐसे उपाय हैं जो गुप्त तरीके से कर मनचाहा फल पा सकते हैं. जानें माघ गुप्त नवरात्रि के उपाय.

माघ गुप्त नवरात्रि उपाय

गोमती चक्र - गुप्त नवरात्रि के पहले दिन 9 गोमती चक्र लेकर मां दुर्गा के पास रख दें. नवमी यानी नवरात्रि के अंतिम दिन की पूजा करने के बाद गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान या तिजोरी में रख दें. मान्यता है इससे आर्थिक संकट दूर होता है. धन की समस्या से मुक्ति मिलती है.

गुप्त तरीके से करें ये काम - गुप्त नवरात्रि में रोजाना रात्रि काल यानी निशिता काल मुहूर्त में देवी दुर्गा के आगे घी का दीपक जलाएं. नौ बताशे लें और हर बताशे पर दो लौंग रखें और इन्हें मां दुर्गा को समर्पित कर दें. ये उपाय गुप्त तरीके से करना अच्छा होता है. अब दुर्गा चालीसा का पाठ करें. मान्यता है इससे आर्थिक संकट, शत्रु बाधा का नाश होता है.

लाल फूल करेगा कमाल - माता रानी को लाल रंग बेहद प्रिय है. अगर आपके परिवार का कोई सदस्य लंबे समय से बीमार है तो इस गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल रंग के पुष्प अर्पित करें. इसके साथ ही मां के 'ऊँ क्रीं कालिकायै नमः:' मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है.

पूजा के साथ ये पाठ जरुर करें - गुप्त नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के 12वें अध्याय के 21 बार पाठ करें और लौंग कपूर के साथ आरती करें. देवी दुर्गा के मंदिर में जाकर उन्हें लाल रंग का झंडा चढ़ाएं.

राहु-केतु के दोष से छुटकारा - नवरात्रि के दौरान रात के समय मां दुर्गा की पूजा में 'सब नार करहिं परस्पर प्रीति चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति' मंत्र का 108 बार जाप करें. भैरव बाबा को जलेबी, इमरती का भोग लगाएं. ये उपाय राहु-केतु, शनि दोष से मुक्ति मिलती है. तरक्की के द्वार खुलते हैं.

 Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें