सीबीआई-ईडी के जरिए अरविंद केजरीवाल की 'ईमानदार राजनीति' को रोकना चाहती है भाजपा : आप

सीबीआई-ईडी के जरिए अरविंद केजरीवाल की 'ईमानदार राजनीति' को रोकना चाहती है भाजपा : आप

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में दो अभियुक्तों को कोर्ट द्वारा बरी किए जाने पर आम आदमी पार्टी(आप) ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि अरविंद केजरीवाल की 'ईमानदार राजनीति' को रोकने के लिए भाजपा ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।

मंगलवार को आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा अपने तानाशाही रवैये और सीबीआई - ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से देश के लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी तरह अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को रोकना चाहती है क्योंकि केजरीवाल ऐसे नेता हैं जो 2024 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी और बीजेपी को टक्कर दे सकते हैं। बीजेपी अरविंद केजरीवाल से डरी हुई है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मलविंदर कंग के साथ आप प्रवक्ता नील गर्ग, बिक्रमजीत पासी और गगनदीप सिंह मौजूद थे।

कंग ने कहा कि सीबीआई ईडी ने अदालत में स्वीकार किया कि उन्हें केवल गोवा में 19 लाख के बिल मिले। इससे साबित होता है कि भाजपा, उसके प्रवक्ताओं और नेशनल मीडिया द्वारा चलाए गए 100 करोड़ के शराब घोटाले का सारा प्रचार झूठ था। यह सिर्फ हमारे नेताओं और पार्टी को बदनाम करने के लिए था। लेकिन आज फिर से यह साबित हो गया है आज देश में सबसे ईमानदार, जिम्मेदार और लोकप्रिय राजनीति आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की है।

आप नेता ने कहा कि मोदी सरकार सीबीआई और ईडी के जरिए एक साल से आम आदमी पार्टी की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है, लेकिन वास्तव में कोई शराब घोटाला हुआ ही नहीं है। इसलिए ये एजेंसियां कोई सबूत या गवाह खोजने में नाकाम रहीं। सबसे पहले उन्होंने राजेश जोशी और मनीष मल्होत्रा को गिरफ्तार किया। फिर उन्होंने पांच और लोगों को गिरफ्तार किया और उन्हें झूठ बोलने के लिए प्रताड़ित किया। उन्होंने गोवा में 20 से अधिक शराब विक्रेताओं से पूछताछ की लेकिन कुछ नहीं मिला।

कंग ने कहा कि सीबीआई और ईडी पीएमओ द्वारा निर्देशित हो रही हैं। लेकिन एक बार फिर पीएम मोदी और भाजपा क्रांतिकारी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को रोकने के अपने एजेंडे में विफल रहें।

उन्होंने कहा कि देश में केवल अरविंद केजरीवाल ही वंशवाद की राजनीति और भाजपा की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाते हैं, इसलिए भाजपा सरकार केन्द्रीय एजेंसियों और झूठे मामलों के जरिए केजरीवाल को डराने की कोशिश कर रही है। लेकिन लोग अब भाजपा के झूठे प्रचार के बारे में जान चुके हैं।