कहीं आप भी तो नहीं 1 मिनट में इतनी बार झपकते हैं पलक, हो जाएं सतर्क क्योंकि हो सकता है जानलेवा

कहीं आप भी तो नहीं 1 मिनट में इतनी बार झपकते हैं पलक, हो जाएं सतर्क क्योंकि हो सकता है जानलेवा

आप कितनी बार पलक झपकते हैं इस पर ध्यान दिया है? अगर नहीं तो इस पर ध्यान दें क्योंकि आप एक मिनट में कितनी बार पलक झपकते हैं वह भी आपकी सेहत के राज को उजागर करती है. इंडिया टीवी में छपी खबर के मुताबिक  पलकों का ज्यादा झपकना या फिर फड़फड़ाना (causes symptoms of blepharospasm) की असली वजह न्यूरोलॉजिकल की गंभीर बीमारी के कारण हो सकते हैं. 


पलक झपकने की आदत ज्यादा बढ़ जाए तो यह आंख में ज्यादा दिक्कत पैदा कर सकती है. इसलिए अगर किसी भी व्यक्ति को ऐसी दिक्कत हो रही है तो उसे नजरअंदाज न करें.

1 मिनट में इससे ज्यादा बार पलकें झपकती हैं तो रहें सतर्क

ज्यादातर लोग एक मिनट में 15-20 बार पलक झपकते हैं. आंखों को अगर सही से ऑक्सीजन मिले, गंदगी साफ और स्वस्थ्य रहने के लिए पलके झपकना अच्छा होता है. अगर कोई व्यक्ति बहुत पलक झपकता है तो उसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. आइए आपको बताते हैं बीमारियों के लक्षण. ब्लेफरोस्पाज्म (blepharospasm) की बीमारी में बार-बार पकल झपकने की दिक्कत शुरू होती है. 

ब्लेफरोस्पाज्म का कारण

ब्लेफरोस्पाज्म होने का कोई खास कारण नहीं होता है. लेकिन इस बीमारी के होने के बाद दिमाग का कामकाज काफी ज्यादा प्रभावित होता है. हालांकि इसके कई मेडिकल कारण हो सकते हैं. जब दिमाग ठीक से काम नहीं करता है. कंट्रोल से बाहर होती है. जिसके कारण पलक झपकना बढ़ जाता है. 

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

ब्लेफेरोस्पाज्म (symptoms of blepharospasm) के संकेत छोटी पलकों के फड़कने से शुरू होता है. और कभी-कभार काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अगर फड़कन अधिक बार हो जाए तो आंख पूरी तरह से बंद हो जाती है. जिसके कारण काफी ज्यादा मुश्किल हो जाती है. जैसे पढ़ना या गाड़ी चलाते वक्त. ऐसी स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं. 

 Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.