मजीठा के रुमाना चक गाँव में सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण की घटना पर एडवोकेट धामी ने कड़ा नोटिस लिया
अमृतसर: मजीठा विधानसभा क्षेत्र के रुमाना चक गाँव में बाबा सतिंदर सिंह मुकेरिया वाले के प्रबंधन में चल रहे गुरुद्वारा साहिब की सरकारी संपत्ति पर गाँव के सरपंच द्वारा अतिक्रमण के प्रयास का कड़ा संज्ञान लेते हुए एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने सरकार को धार्मिक स्थलों से जुड़े मामलों में हस्तक्षेप न करने की कड़ी फटकार लगाई है।
एडवोकेट धामी ने कहा कि रुमाना चक गाँव में गुरुद्वारा साहिब का प्रबंधन बाबा सतिंदर सिंह मुकेरिया वाले द्वारा गाँव की संगत के सहयोग से चलाया जा रहा है, जबकि सरकार अपने एजेंटों को प्रबंधन पर नियंत्रण दिलाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के विरोध के बावजूद, पुलिस प्रशासन द्वारा संगत के साथ किसी भी तरह का सहयोग न करना, आम आदमी पार्टी के सरपंच की मनमानी को सीधे तौर पर समर्थन देना है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी ताकत से जबरन कब्जा करने की कोशिश सिख समुदाय के मन में रोष पैदा कर रही है, जिसे समुदाय कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
एडवोकेट धामी ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर सरकार द्वारा अतिक्रमण करने की कार्रवाई बेहद गंभीर मामला है, जिसके लिए शिरोमणि कमेटी के सदस्य स. जोध सिंह समरा को विशेष तौर पर ड्यूटी सौंपी गई है। एडवोकेट धामी ने कहा कि गुरुद्वारे सिख धर्म की जड़ हैं, जिन पर सरकार का अतिक्रमण देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान द्वारा गुरुद्वारों से गोलक हटाने संबंधी दिए गए बयान का भी गंभीर संज्ञान लिया और कहा कि जब मानवता के संकट के समय सरकारें भी हाथ खड़े कर देती हैं, तो गुरु की यही गोलकें लोगों की शरणस्थली बन जाती हैं।