मांग बढऩे पर पीएसपीसीएल पीक सीजन से पहले बिजली कटौती करने पर हुई मजबूर

मांग बढऩे पर पीएसपीसीएल पीक सीजन से पहले बिजली कटौती करने पर हुई मजबूर

इस साल फरवरी के दौरान बिजली की मांग में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में लगभग 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) कई शहरों और गांवों में अनिर्धारित बिजली कटौती कर रहा है।

एनर्जी एक्सचेंज में बिजली की मौजूदा उच्च दरों और कम उत्पादन के साथ, पीएसपीसीएल गर्मी के चरम मौसम से पहले की मांग को पूरा करने के लिए एक घंटे से लेकर दो घंटे तक बिजली कटौती का सहारा ले रहा है। अगले कुछ महीनों में बिजली की मांग और बढ़ने की उम्मीद है।

27 फरवरी को, राज्य में अधिकतम बिजली की मांग 7,260 मेगावाट थी, जो पिछले साल की इसी तारीख के आंकड़े से 20 प्रतिशत अधिक थी। 28 फरवरी को, अधिकतम बिजली की मांग 6,266 मेगावाट थी, जो पिछले साल की इसी तारीख के आंकड़े से लगभग 7 प्रतिशत अधिक थी।

पस्पक्ल के एक वरिष्ठ इंजीनियर ने कहा, “हमने उन क्षेत्रों में बिजली कटौती करने का फैसला किया है जो अधिकतम बिजली चोरी देखते हैं। ऐसे क्षेत्रों में अधिकतम कटौती जारी रहेगी।"

एक शीर्ष अधिकारी मुताबिक उपलब्धता में कमी के कारण राज्य को 20 से 33 लाख यूनिट की दैनिक बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए, बिजली कटौती ही एकमात्र विकल्प बचा है।